लॉक डाउन में रुकी शादी को लेकर पिता—पुत्र और लड़की के परिवार में चल रही थी तनातनी
भोपाल। लॉक डाउन में सरकारी लापरवाही या इलाज में देरी की आपने तमाम खबरे सुनी या देखी होगी। लेकिन, लॉक डाउन में रुकी एक शादी की वजह से एक व्यक्ति की मौत (Bhopal Crime News In Hindi) हो गई। घटना मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की है। फिलहाल लापरवाही के मामले में पुलिस अभी जांच कर रही है। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव (Bhopal Suspension Death Case) पीएम के लिए भेज दिया है। परिजनों के बयान दर्ज करने के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी। मामला एक पिता—पुत्र और लड़की के परिजनों के बीच शादी करने को लेकर चल रही तनातनी को बताया जा रहा है।
बेटे ने पहुंचाया अस्पताल
जहांगीराबाद पुलिस ने द क्राइम इंफो डॉट कॉम thecrimeinfo.com को बताया कि बिड़ला मंदिर (Bidla Mandir) के नजदीक ओम नगर निवासी प्रभु लोखंडे (Prabhu Lokhande) पिता हरी लोखंडे उम्र 55 साल के मौत की सूचना हमीदिया अस्पताल से मिली थी। घटना (Prabhu Lokhande Ne Jahar Khaya) की जानकारी 21 जून की दोपहर लगभग दो बजे पुलिस को मिली थी। प्रभु लोखंडे पंजीयन विभाग में चपरासी थे। उन्होंने सल्फास खाया था जिसको बेटा अस्पताल ले गया था। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पीएम के लिए हमीदिया अस्पताल भेज दिया है।
यह था विवाद
मामले की जांच कर रहे एसआई दिनेश रघुवंशी (SI Dinesh Raghuvanshi) ने बताया कि प्रभु के बेटे का रिश्ता तय हुआ था। शादी अप्रैल, 2020 में होनी थी। लेकिन, लॉक डाउन की वजह से बेटा शादी के लिए तैयार नहीं था। उसका कहना था कि वह शादी धूमधाम से करेगा। लेकिन, लड़की वाले लॉक डाउन में शादी के लिए तैयार थे। बेटा दीवाली में शादी के लिए तैयार था। दोनों परिवारों में हा—ना का मामला चल रहा था। कभी लड़की पक्ष मान जाता तो कभी लड़का मना कर देता। इसी बीच प्रभु लोखंडे ने लड़की वालों को शादी के लिए हा बोल दिया। लेकिन, बेटा तैयार नहीं था।
बयान के बाद होगा फैसला
पिता प्रभु लोखंडे को लग रहा था कि उसकी बात समाज में कटने पर उसकी बदनामी होगी। इसी तनाव के चलते प्रभु लोखंडे ने सल्फास खा लिया था। जांच अधिकारी का कहना है कि बेटे और उसका जहां रिश्ता तय हुआ था उस परिवार के बयान दर्ज किए जाएंगे। जिसके बाद मामले की अगली कार्रवाई होगी।