दामाद नहीं हुए पुलिस के समक्ष हाजिर, 20 दिन की मांगी मोहलत

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गबन और जालसाजी के मुकदमे में थी पेशी

रायपुर। राजधानी के गोल बाजार थाने में जालसाजी, गबन और साजिश रचने के मामले में आज छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता हाजिर नहीं हुए। उन्होंने पुलिस से 20 दिन की मोहलत मांगी है। हालांकि पुलिस ने 3 दिन के भीतर हाजिर होने को कहा है। अन्यथा गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

गौरतलब है कि इस हाई प्रोफाइल मामले में दर्ज कई बडे चेहरे शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह के दामाद डॉक्टर पुनीत गुप्ता पर आरोप है कि अपने कार्यकाल के दौरान राजधानी के दाउ कल्याण सिंह पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च सेंटर में लगभग 50 करोड रूपए की गडबडी की है। इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने पुनीत गुप्ता को अपना पक्ष रखने के लिए बुधवार को बुलाया था, लेकिन वह हाजिर नहीं हुए।

एसपी रायपुर आरिफ शेख ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया है कि शिकायत पदेन अधीक्षक डॉक्टर कमल किशोर सहारे ने दर्ज कराई थी। पुलिस ने जालसाजी, गबन, दस्तावेजों की कूटरचना और साजिश का मामला दर्ज किया है। इस मामले में आरोपी पूर्व अधीक्षक डॉक्टर पुनीत गुप्ता है। गुप्ता पूर्व मुख्यमंत्री के रिश्ते में दामाद भी है। यह फर्जीवाडा दिसम्बर, 2015 से अक्टूबर, 2018 के बीच अंजाम दिया गया था।

हालांकि भाजपा प्रवक्ता का कहना है कि यह मुकदमा राजनीति से प्रेरित है। इस मामले में डॉक्टर पुनीत गुप्ता अदालत से बरी होकर आएंगे। इस संबंध में गुप्ता से भी प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई। वे उपलब्ध नहीं हो सके। मामले को लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल आना तय है। दरअसल, अगले महीने आम चुनाव भी है। इस प्रकरण को रणनीति के तहत काट माना जा रहा है।

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जांच के बाद एफआईआर
इस मामले में कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने खरीददारी समेत अन्य क्रियाकलापों को लेकर भौतिक सत्यापन किया था। इसमें भर्तियां भी शामिल थी जिसमें गडबडी पाई गई। अपात्रों को नौकरी भी दी गई। जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी गई थी जिसके बाद मामला दर्ज करने का निर्णय लिया गया। एसपी ने बताया कि अभी गिरफ्तारी नहीं होगी। जांच में सबूत मिलने के बाद कार्रवाई होगी। प्रकरण में अभी कुछ तथ्यों का पता लगाया जाना अभी बाकी है।

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