Covid—19 Effect: पुलिस के खुफिया विंग की बदली कार्य प्रणाली

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मंत्री, नेता, आंदोलनों की बजाय दुकान और धार्मिक ठिकानों पर की जा रही निगरानी

Covid—19 Effect
सांकेतिक चित्र

भोपाल। (Bhopal Crime News In Hindi) देश में कोरोना वायरस (Coronavirus Effect) ने कोहराम मचा रखा है। इस वायरस ने दुनिया भर में हर सेक्टर का ट्रेंड बदल दिया है। वह चाहे कॉर्पोरेट हो या फिर सरकारी मशीनरी। सारे देशों के सामने इस महामारी से निपटने का जुनून सवार है। इसके लिए कई मुल्कों की सरकारें अपने—अपने स्तर पर निपट रही है। कहीं लॉक डाउन हैं तो कही इमरजेंसी लगाकर इससे निपट रहे हैं। इस वैश्विक महामारी से पुलिस महकमा भी अछूता नहीं रहा। बात हो रही है मध्य प्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh Police News) की वर्किग प्रणाली की। पुलिस का महत्वपूर्ण शाखा कही जाने वाली जिला विशेष शाखा (MP Police Special Branch) से लेकर तमाम अन्य विंग इस समस्या से जूझ रहे हैं। विशेष शाखा जो इस महामारी से पहले कुछ विशेष क्षेत्रों की निगरानी करती थी, वह बंद करके इसी महामारी से निपटने में जूझ रही है।

जानकारी के अनुसार जिला विशेष शाखा (DSB) के अधीन स्टाफ पुलिस महकमे का ही हिस्सा होता है। लेकिन, यह सादी वर्दी में अपनी रिपोर्ट बनाकर आला अफसरों तक पहुंचाता है। यह अमला अमूमन राजनीतिक गतिविधियों के अलावा धर्म, समाज से लेकर अशासकीय क्षेत्रों के आंदोलन पर निगरानी रखने का काम करता था। लेकिन, पिछले एक पखवाड़े से यह काम लगभग बंद कर दिया गया है। यहां तैनात स्टाफ को दूसरा टारगेट दिया गया है। मैदानी कर्मचारियों को तीन—तीन थाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन कर्मचारियों का सिर्फ इतनी रिपोर्ट देनी होती है कि कहां दुकान खुली थी और कहां धार्मिक आयोजन हो रहे हैं। किन इलाकों में भीड़ उन्हें देखने को मिली। इस काम के लिए स्टाफ अलग—अलग समय में गश्त के लिए निकलता है। इस गश्त को क्रास चैक भी किया जा रहा है। यानि यदि आप केवल पुलिस वाहन देखकर इधर—उधर हो रहे हैं तो सावधान हो जाइए। प्रत्येक सामान्य नागरिक की रिपोर्ट यह मैदानी कर्मचारी बना रहे हैं। इसी रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन लॉक डाउन की नीतियों को और अधिक सख्त बना रहा है।

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थाने की कार्यप्रणाली भी बदली

इस महामारी से थाना भी अछूता नहीं रहा। इसकी वजह से पूरा सिस्टम ही बदल गया है। प्रत्येक थाने में चरित्र प्रमाण पत्र, बाल अधिकारी, पासपोर्ट सेल, कोर्ट मुंशी से लेकर अलग—अलग शाखाओं के प्रभारी होते हैं। अब यह सारे काम थाने में बंद पड़े हैं। इसलिए यह काम देखने वाले कर्मचारियों को भी चौकसी में  लगा दिया गया है। जिला पुलिस के पास बंदियों की पेशी की भी जिम्मेदारी होती थी। यह काम महामारी के चलते बंद है। इसलिए बंदियों को लाने और ले जाने वाले स्टाफ को भी गश्त में लगा दिया गया है।

अपील

देश वैश्विक महामारी से गुजर रहा है। हम भी समाज हित में स्पॉट रिपोर्टिंग करने से बच रहे हैं। इसलिए समाज और लोगों से अपील करते हैं कि यदि उनके पास भ्रष्टाचार, कालाबाजारी या जिम्मेदार अफसरों की तरफ से लापरवाही की कोई जानकारी या सूचना हैं तो वह मुहैया कराए। www.thecrimeinfo.com विज्ञापन रहित दबाव की पत्रकारिता को आगे बढ़ाते हुए काम कर रहा है। हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। इसलिए हमारे फेसबुक पेज www.thecrimeinfo.com के पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 9425005378 पर संपर्क कर सकते हैं।

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